सदियों से चली आई परंपरा हमारी फैसले लेते बुजुर्ग , घर में खुश रहते हैं हम! सदियों से चली आई परंपरा हमारी फैसले लेते बुजुर्ग , घर में खुश रहते हैं हम!
पहाड़ की नारी पहाड़ पर रहते-रहते पहाड़ को सहते-सहते पहाड़-पहाड़ कहते-कहते पहाड़ की नारी पहाड़ पर रहते-रहते पहाड़ को सहते-सहते पहाड़-पहाड़ कहते-कह...
जीवन एक रंगमंच है। जहाँ पर्दे पर, रोज़ कहानियाँ चलती रहती हैं। जीवन एक रंगमंच है। जहाँ पर्दे पर, रोज़ कहानियाँ चलती रहती हैं।
ज़िंदा रहते हुए भी खुद को मरते देखा हमने, अपने प्यार का एक एक कतरा देखा हमने, ज़िंदा रहते हुए भी खुद को मरते देखा हमने, अपने प्यार का एक एक कतरा देखा हमने,
काश! तुम हमसे दूर ही रहते तो अच्छा होता, तुम बेकसूर ही रहते तो अच्छा होता काश! तुम हमसे दूर ही रहते तो अच्छा होता, तुम बेकसूर ही रहते तो अच्छा होता
आओ फिर आदर्शवादी स्वरूप की श्रृंखला से जुड़ जाएं, लौकाचारी निर्मित करके एक नई कहान आओ फिर आदर्शवादी स्वरूप की श्रृंखला से जुड़ जाएं, लौकाचारी निर्मित करके...